Naye Daur Ki Ore (नए दौर की ओर)

By Kishore Biyani (किशोर बियानी)

Naye Daur Ki Ore (नए दौर की ओर)

By Kishore Biyani (किशोर बियानी)

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Specifications

Print Length

215 pages

Language

Hindi

Publisher

Prabhat Prakashan

Publication date

1 January 2010

ISBN

8173156506

Weight

345 Gram

Description

‘नए दौर की ओर’ भारतीय ग्राहक तथा फ्यूचर ग्रुप, बिग बाजार एवं पैंटलून्स की किशोर बियानी के अपने शब्दों में लिखी कहानी है| एक मध्यवर्गीय परिवार में जनमे किशोर बियानी ने ‘स्टोन वॉश’ कपड़े को रिटेल व्यापारियों को बेचने से अपने व्यापारिक जीवन की शुरुआत की| कुछ ही वर्षों में पैंटलून्स, बिग बाजार, फूड बाजार, सेंट्रल और अन्य कई रिटेल मॉडल शुरू कर उन्होंने भारतीय रिटेल व्यापार को एक नया आयाम और नई दिशा दी| किशोर बियानी की कोशिश रही कि वे मुंबई के निवेशक से लेकर मेरठ के किसान तक की जेब में रखे हर नए पैसे को अपने रिटेल व्यापार की तरफ आकर्षित कर सकें| बियानी शॉपिंग मॉल बनाने एवं उपभोक्‍ता ब्रांड्स बनाने से बीमा बेचने तक, हर उस क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं जहाँ उपभोक्‍ता है और पैसा खर्च करता है| ‘नए दौर की ओर’ में सिर्फ उनके शब्द ही नहीं हैं, बल्कि इस उतार-चढ़ाव की यात्रा में उनके मित्र, सहयोगी, पार्टनर, परिवार के सदस्यों की राय एवं संस्मरण शामिल हैं| ‘रिटेल के राजा’ के रूप में प्रसिद्ध किशोर बियानी अनेक पुरस्कारों एवं सम्मानों से विभूषित हुए हैं| पैंटलून्स को अमेरिका के नेशनल रिटेल फेडरेशन ने ‘अंतरराष्‍ट्रीय रिटेलर-2007’ से सम्मानित किया है| ‘नए दौर की ओर’ दृढ़ निश्‍चय, आत्मविश्‍वास एवं अदम्य इच्छाशक्‍ति से सपने सच करने की कहानी है और ‘नियमों को बदलो-मूल्यों को बनाए रखो’ मंत्र का सजीव चित्रण है|


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