स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज ने गीतोक्त जीवन की प्रयोगशाला से दीर्घकालीन अनुसंधान द्वारा अनन्त रत्नों का प्रकाश इस टीका में उतार कर लोक-कल्याणार्थ प्रस्तुत किया है, जिससे आत्मकल्याणकामी साधक साधना के चरमोत्कर्ष को आसानी से प्राप्त कर आत्मलाभ कर सकें। इस टीका में स्वामी जी की व्याख्या विद्वत्ता-प्रदर्शन की न होकर सहज करुणा से साधकों की कल्याणकामी है। विविध आकार-प्रकार, भाषा, आकर्षक साज-सज्जा में उपलब्ध यह टीका सद्गुरू की तरह सच्ची मार्गदर्शिका है।
Shrimadbhagvadgita Sadhak Sanjeevani, King Size (श्रीमद्भगवद्गीता साधक संजीवनी, बृहदाकार)
Author: Gita Press (गीता प्रेस)
Price:
$
62.05
Condition: New
Publisher: Gita Press
Binding: Hardcover
Language: Hindi
Genre: Bhagvad Gita,Culture & Religion,Adhyatmik,Devotional,
Publishing Date / Year: 2016
No of Pages: 1663
Weight: 4000 Gram
Total Price: $ 62.05
Reviews
There are no reviews yet.