मुहावरे में प्रधान है उसका लाक्षणिक अर्थ जिसका गठन अपरिवर्तनीय रहता है। गठन में परिवर्तन होते ही उसका लाक्षणिक अर्थ बेमजा हो जाता है। ‘कमर टूटना’ को न ‘कटि भंग’ कर सकते हैं, न ‘कटि टूटना’। मुहावरे अधिकतर शारीरिक अंगों व चेष्टाओं, सामाजिक-राजनैतिक कथनों व घटनाओं पर आधारित होते हैं। मुहावरे में क्रियापद रहता है, जैसे—अंगूठा दिखाना, आँख दिखाना, अपना उल्लू सीधा करना आदि। हिंदी के मुहावरे तद्भव शब्दों पर आधारित हैं : हस्त, अक्षि, कर्ण, नासिका के स्थान पर मुहावरों में हाथ, आँख, कान, नाक का ही प्रयोग होगा और यही मुहावरेदानी हिंदी-उर्दू के परस्पर बाँधे हुए है। लोक में प्रचलित उक्ति ही ‘लोकेक्ति’ है, जो किसी देश या काल से बँधी नहीं होती। वह तो सार्वकालिक व सार्वदेशिक है। लोकोक्तियाँ मानवीय अनुभवों के आधार पर बनती हैं। लोकोक्ति में संक्षिप्तता, सारगार्भिता, विदग्धता आदि गुण भरपूर होते हैं। इस कोश में मुहावरों/लोकोक्तियों के अलग-अलग अर्थों को वर्णक्रमानुसार क्रम संख्या द्वारा तथा समानार्थकों को अर्धविराम द्वारा दर्शाया गया है। प्रयोगकर्ताओं के सुझावों का स्वागत किया जाएगा।
Hindi - Angrezi Muhawara - Lokokti Kosh (हिन्दी - अंग्रेजी मुहावरा - लोकोक्ति कोश)
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17.94
Condition: New
Isbn: 9789352662753
Publisher: Prabhat Prakashan
Binding: Hardcover
Language: Hindi
Genre: Dictionary,Reference,Language,Educational,
Publishing Date / Year: 2017
No of Pages: 348
Weight: 550 Gram
Total Price: $ 17.94
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