छोटी-छोटी बातों पर ध्यान न देने के कारण सामान्य रोग भी भयंकर रूप धारण कर लेते हैं | मामूली सावधानियो से भी हम घातक रोगो के संकट से बच सकते हैं | प्रस्तुत पुस्तक मे जानलेवा रोगों कै कारण एवं निवारण का उल्लेख जन साधारण के लिए बहुत ही सरल भाषा में किया गया है | उच्च रक्तचाप को यदि शरू में ही नियंत्रित न किया जाए तो वह हदय, गुर्दा, मस्तिष्क और ऑखो को नुकसान पहुँचा सकता है | यदि उमे शरू से ही नियंत्रित रखा जाए तो व्यक्ति उम्रभर निरोग रह सकता है | गुर्दे के रोगों की भी यही बात है | यदि शुरू मे ही कुछ सावधानियाँ बरती जाएँ तो गुर्दे को खराब होने मे बचाया जा सकता है | मधुमेह जैसे रोग से भी हम छोटी-छोटी सावधानियाँ बरतकर जीवनभर के लिए बच सकते है | माता-पिता अपने बच्चो को उचित समय पर निरोधी टीका लगवाकर उन्हे अपंग होने तथा अनेक प्रकार की बीमारियो से बचा सकते है | नंगे पैर घुमने और खुले मैदान मै शौच करने से कृमि जैसे भयंकर रोग लग जाते हैं | व्यक्तिगत स्वच्छता, शुद्ध पेयजल, संतुलित भौजन, मदिरा एवं धूम्रपान से परहेज व्यक्ति को स्वस्थ एवं लम्बी आयुवाला बनाते है | इम पुस्तक के अध्ययन मे जाने- अनजाने होने वाली उन भूलों मे बचा जा सकता है जिनके कारण कोई भी रोग कभी भी हमे घेर सकता है |
Ghatak Rogon Ke Kaise Bachen (घातक रोगों से कैसे बचें)
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Condition: New
Isbn: 8173151113
Publisher: Prabhat Prakashan
Binding: Hardcover
Language: Hindi
Genre: Health and Healing,Medicine and Nursing,
Publishing Date / Year: 2010
No of Pages: 162
Weight: 320 Gram
Total Price: $ 8.00
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