$7.62
Print Length
160 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2020
ISBN
8185828644, 9788185828640
Weight
0.66 Pound
सृष्टि के आदि से लेकर अब तक नारी-शक्ति का बार-बार चमत्कार देखने को मिला है । जब-जब अधर्म ने धर्म को, अन्याय ने न्याय को और असत्य ने सत्य को पराभूत करने का प्रयत्न किया, तब-तब ही नारी-शक्ति ने आगे बढ़कर धर्म, न्याय और सत्य की रक्षा की है । उसीके कारण आज हम नारी-शक्ति की पूजा करते हैं और युगों तक करते रहेंगे । भारत की दासता खत्म करने में नारी-शक्ति का चमत्कार स्पष्ट रूप से देखने को मिलता है । प्रस्तुत पुस्तक में ऐसी ही वीरांगनाओं और विदुषियों के जीवन का चित्रण है, जिन्होंने अपनी शक्ति, शौर्य तथा बुद्धिमत्ता से दासता के बंधन को काटने का वंदनीय प्रयास किया था । उनकी शक्ति, शौर्य तथा बुद्धिमत्ता की कहानियाँ बड़ी ओजस्विनी और प्रेरणादायिनी हैं, जो आज के जीवन के लिए बड़ी प्रेरक हैं ।
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