$27.74
Genre
Print Length
376 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2011
ISBN
9788173159138
Weight
805 Gram
नागपुर शहर में राजनीति में पहला कदम रखनेवाले नितिन गडकरी जब देश के राजनीतिक केंद्र नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद की बागडोर सँभालने के लिए आए, तब राजनीतिक दलों में चर्चा का विषय था कि कौन हैं नितिन गडकरी? इसका उत्तर देती है यह कृति ‘विकास के पथ...’|
नागपुर की गली-मोहल्लों में पोस्टर चिपकवानेवाला यह नेता राजधानी नई दिल्ली आकर देश के मुख्य विपक्षी दल का अध्यक्ष बना, लेकिन उनकी वाक् शैली, उनके व्यवहार से कभी नहीं लगा कि जमीन से जुड़े आदमी से किसी मायने में अलग हैं| अपनी सरल-सौम्यता के कारण वे वरिष्ठ नेताओं और साधारण कार्यकर्ताओं से अटूट संबंध रखते हैं| किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए अनुभव, कर्तव्यनिष्ठा और काम के प्रति समर्पण-ये सभी गुण तो चाहिए ही होते हैं| लेकिन एक और बात जरूरी होती है और वह है विशाल हृदय, जो श्री गडकरी के पास है| स्पष्टवादिता, प्रामाणिकता, समय पर खरा-खरा कहने की क्षमता तथा विशाल हृदय ही उनकी विशिष्ट पहचान है|
विकास के मार्ग पर चलते हुए ही गडकरी नागपुर से नई दिल्ली तक आए हैं| नितिनजी के भाषणों का संकलन ‘विकास के पथ’ नामक पुस्तक के रूप में प्रकाशित हुआ है| महाराष्ट्र विधान परिषद् में उनके जिन भाषणों में राष्ट्रीय संदर्भ हैं, ऐसे कुछ भाषणों और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष होने के बाद अलग-अलग मंचों से दिए गए 24 भाषणों का संकलन वास्तव में सही अर्थों में उनके व्यक्तित्व की पहचान प्रस्तुत करेगा, ऐसा हमारा विश्वास है|
विकास को राष्ट्रोत्थान का मूलमंत्र माननेवाले श्री नितिन गडकरी के प्रेरक तथा व्यावहारिक विचारों का प्रेरणास्पद संकलन|
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