$11.00
Genre
Other
Print Length
186 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2010
ISBN
8173154317
Weight
335 Gram
प्रस्तुत उपन्यास ‘कसौटी’ में दो लघु उपन्यास हैं| पहला उपन्यास ‘कसौटी’ पति-पत्नी के प्रेम-संबंध का अनोखा उदाहरण है| इस उपन्यास के मुख्य पात्र शांतनु और पल्लवी हैं| शांतनु का पत्नी-प्रेम निरंतर प्रवहमान धारा की तरह अविरल बहता चला जाता है| पल्लवी उस धारा में स्नान करती है, परंतु उसे इसका आभास तक नहीं होता है| शांतनु का प्रेम एक ऐसे निस्स्वार्थ प्रेम की मिसाल है जो सिर्फ देना जानता है, लेना नहीं| ...दूसरे उपन्यास ‘उज्ज्वल उन्मोचन’ में प्रेम का एक अलग रूप उन्मोचित होता है| यहाँ मुख्य पात्र सुमन और सुजय दो भाई हैं| सुमन का स्नेह वर्षा की वह सुशीतल, सरस धारा है जो उसके भाई सुजय पर निरंतर बरसती रहती है| यह प्रेम कुछ आशा नहीं रखता, केवल ढाल बनकर अपने प्रियजन की रक्षा में तत्पर रहता है| लेकिन सुजय उन चरित्रों में से है जिन्हें केवल लेना आता है, देना नहीं|
ये दोनों उपन्यास मानव-मन की जटिलताओं पर प्रकाश डालते हैं| कभी-कभार जीवन में ऐसा मोड़ आ जाता है, घटनाओं की सक्रियता कुछ ऐसा चक्कर चलाती है कि एकाएक हृदय निरावरण हो जाता है और सत्य अपना स्वरूप उन्मोचित करता है|
आशापूर्णा देवी ने अपने इन दोनों उपन्यासों में इसी सत्य को बड़ी ही कुशलता और सूक्ष्मता के साथ उकेरा है| ये मार्मिक और हृदयस्पर्शी उपन्यास-द्वय अत्यंत पठनीय और रोचक हैं|
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