$7.00
Genre
Other
Print Length
156 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2015
ISBN
9788177210989
Weight
310 Gram
आज वैश्विक तापन (ग्लोबल वॉर्मिंग) संपूर्ण विश्व में तात्कालिक चिंता का विषय बना हुआ है| वैश्विक तापन के परिणामस्वरूप उत्पन्न पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय समस्याएँ, विशेष रूप से मौसम एवं जलवायु में परिवर्तन, जैव-विविधता में ह्रास, बढ़ती प्राकृतिक आपदाएँ एवं संक्रामक बीमारियाँ गंभीर चुनौती के रूप में हमारे सामने हैं|
वैश्विक तापन को नियंत्रित करने की दिशा में सक्रिय पहल ही संपूर्ण विश्व को विध्वंस से बचा सकती है| प्रस्तुत पुस्तक में ग्लोबल वॉर्मिंग के फलस्वरूप पर्यावरण, जैव-विविधता, प्राकृतिक आपदाओं एवं मानव स्वास्थ्य पर पड़नेवाले दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए सतत विकास हेतु ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रबंधन पर प्रकाश डाला गया है|
ग्लोबल वॉर्मिंग के आसन्न खतरों एवं उसके बढ़ते दुष्प्रभावों की ओर जनमानस का ध्यान आकर्षित करनेवाली बहूपयोगी पुस्तक|
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