अंग्रेजों ने हिंदुत्व को, राष्ट्रीयत्व को क्षीण करने का षड्यंत्र रचा, जिसे डॉ. बाबा साहब अंबेडकरजी ने समझा और समाज में आई बुराईयों को दूर करने का बीड़ा उठाया| वंचित वर्ग में प्रेरणा जगाकर उसमें ऊपर उठने की ललक जगाई| उसी प्रकार गुजरात के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी समाज में व्याप्त दुःख और अभावों को दूर करने का संकल्प लिया| उन्होंने समरस समाज के विचार को प्रतिष्ठित करने का सत्प्रयास किया| समाज के विविध प्रश्नों को देखने का उनका अपना ही दृष्टिकोण है| नरेंद्र मोदी की समाज के प्रति जो संवेदना है, वंचितों के प्रति जो कर्तव्य-भाव है और सामाजिक समरसता के लिए जो प्रतिबद्धता है, वह उनके भाषणों में, उनके लेखों में तथा उनके कार्य में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है| किसी भी राज्य के संपूर्ण विकास का मापन राज्य के वंचितों-पीडि़तों के विकास (कष्ट निवारण) के आधार पर होता है| सच्चा सर्वांगीण विकास वही है, जिसमें अंतिम छोर में निवास करने वाले छोटे-से-छोटे आम आदमी तक विकास का फल पहुँचे| श्री नरेंद्र मोदी के शासन का अधिष्ठान ऐसा ही ‘कल्याणकारी राज्य’ रहा है| उनके जीवन-कार्य का केंद्रबिंदु भी समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा सामान्य आदमी ही है| यह पुस्तक श्री नरेंद्र मोदी के विचारशील व चिंतनपरक लेखों का संकलन है| इसमें आमजन के प्रति उनके ममत्व भाव, सुख-दुःख में सहभागिता तथा विचार-चिंतन की श्रेष्ठता, समाज के प्रति संवेदना एवं सामाजिक समरसता के प्रति वचनबद्धता को साक्षात् अनुभव किया जा सकता है|
Samajik Samarasta (सामाजिक समरसता)
Author: Narendra Modi (नरेंद्र मोदी)
Price:
$
14.43
Condition: New
Isbn: 9789350482322
Publisher: Prabhat Prakashan
Binding: Hardcover
Language: Hindi
Genre: Social Science,
Publishing Date / Year: 2018
No of Pages: 348
Weight: 576 Gram
Total Price: $ 14.43
Reviews
There are no reviews yet.