Pranayam Aur Sudarshan Kriya (प्राणायाम और सुदर्शन क्रिया)

By Namrata Gautie (नम्रता गोतिए), Francois Gautie (फ्रांस्वा गोतिए)

Pranayam Aur Sudarshan Kriya (प्राणायाम और सुदर्शन क्रिया)

By Namrata Gautie (नम्रता गोतिए), Francois Gautie (फ्रांस्वा गोतिए)

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Specifications

Print Length

200 pages

Language

Hindi

Publisher

Prabhat Prakashan

Publication date

1 January 2013

ISBN

9789350482889

Weight

385 Gram

Description

प्राणायाम का शाब्दिक अर्थ है-‘प्राण या ऊर्जा का ज्वार-भाटा’| ऊर्जा का समुचित प्रवाह शरीर को स्वस्थ व निरोग रखता है| आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक पूज्य श्रीश्री रविशंकरजी ने प्राणतत्त्व और ऊर्जा के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए असंख्य लोगों को प्रेरित व प्रशिक्षित किया है|
नींद में हम थकावट से छुटकारा पा जाते हैं, पर गहरे तनाव तो हमारे शरीर में कायम रहते हैं| सुदर्शन क्रिया हमारे तंत्र की गहराई से सफाई करती है| प्राणायाम के व्यापक फायदों में कुछ प्रमुख हैं-तनाव दूर होना, रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना, मानसिक संतुलन व संपूर्ण स्वास्थ्य| सुदर्शन क्रिया कैंसर व हृदय रोग सहित कई बीमारियों से बचाव करती है|
यही नहीं, ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के स्वैच्छिक कार्यकर्ता मतभेदों और द्वंद्वों में फँसे दलों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने का महत्त्वपूर्ण काम करते हैं| असहिष्णुता, असुरक्षा, संशय और मतभेदों की दुनिया में श्रीश्री सद‍्‍भाव, विश्‍वास और सहनशीलता का सेतु बनाने के लिए प्रयत्‍नशील हैं| आतंक, युद्ध और अन्य संकटों से जूझते अफगानिस्तान, कोसोवो, पाकिस्तान, इजराइल, लेबनान आदि देशों में ‘आर्ट ऑफ लीविंग’ के कोर्स ने चमत्कारिक सकारात्मक परिणाम दिखाए हैं|
श्रीश्री रविशंकर द्वारा उद‍्‍भूत ‘आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन’ व ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ कोर्स के माध्यम से सुदर्शन क्रिया और प्राणायाम का महत्त्व दरशाती एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण पुस्तक| यह आपको निरोग, संतुलित व तनाव मुक्‍त रहने का मार्ग दिखाएगी|


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