कविताओं में वो मोहक शक्ति होती है जो ह्रदय को छू लेती है. वः धरकन को बंद होने से और मनुष्य को यंत्र बनने से बचाती हैं. वह पाठक की संवेदन शक्तियों को समृद्ध करती हैं, चेतना को जागृत करती हैं और बौद्धिक सामर्थ्य को झंकृत करती हैं, चेतना को जगती हैं और बौद्धिक सामर्थ्य को झंकृत करती हैं. मनुष्य का संरक्षण और संवर्धन जितना कविता से होता है, उतना और किसी शक्ति से नहीं होता कविता ही मनुष्य की सर्वोत्तम अभिव्यक्ति है और मनुष्य कविता की सर्वोत्तम उपलब्धि.
Mook Swar (मूक-स्वर)
Author: Vijay Sharma (विजय शर्मा)
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$
7.69
Condition: New
Isbn: 9788183222778
Publisher: Manjul Publication
Binding: Paperback
Language: Hindi
Genre: Poetry,
Publishing Date / Year: 2012
No of Pages: 95
Weight: 95 Gram
Total Price: $ 7.69
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