$15.00
Genre
Print Length
120 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2018
ISBN
9789380183503
Weight
264 Gram
मेरा पैंफलेट संयोगवश किसी लाइओंस नामक सर्जन के हाथों पड़ गया| वे एक लेखक भी थे| उन्होंने ‘इनफैलिबिलिटी ऑफ ह्यूमन जजमेंट’ नामक शीर्षक से पुस्तक भी लिखी थी| इससे हमें आपस में परिचित होने का मौका मिला| मेरी ओर उनका काफी रुझान बढ़ा| वे मुझसे संबंधित विषयों पर चर्चा करने आ जाया करते| उन्होंने मुझे ‘फेबल ऑफ द बीज’ के लेखक डॉ. मानडेविले से परिचित कराया| लाइओंस ने मेरी मुलाकात डॉ. पेंबर्टन से भी कराई, जिन्होंने कभी सर आइजक न्यूटन से मिलने का अवसर उपलब्ध कराने का वादा किया| उनसे (न्यूटन से) मिलने की मेरी बड़ी इच्छा भी थी, लेकिन ऐसा हो न सका|
अब तक मैं लगातार गॉडफ्रे के साथ रहता रहा| वह मेरे घर के एक हिस्से में अपने बीवी-बच्चों के साथ रहता था और दुकान का एक भाग उसने अपने ग्लेजियर व्यवसाय के लिए रखा था| गणित में खोया रहने के कारण वह थोड़ा ही काम कर पाता था| मिसेज गॉडफ्रे ने अपनी रिश्तेदारी में ही एक लड़की से मेरे विवाह की बात उठाई| वह हमें मिलाने के लिए अकसर अवसर निकाल लेती थीं| धीरे से मेरी ओर से प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया| चूँकि लड़की भी योग्य थी, मुझे बार-बार भोजन पर बुलाकर और हमें अकेला छोड़कर प्रोत्साहित किया जाता रहा| मिसेज गॉडफ्रे ने हमारी मध्यस्थता की|
-इसी आत्मकथा से
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