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Genre
Print Length
80 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2018
ISBN
9788177210927
Weight
200 Gram
मौलाना अबुल कलाम आजाद का वास्तविक नाम अबुल कलाम गुलाम मुइयुद्दीन था| उनका लोकप्रिय नाम मौलाना आजाद था| वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रगण्य नेता होने के साथ ही प्रसिद्ध विद्वान् व कवि भी थे| बहुभाषाविद् आजाद की अरबी, अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी, फारसी और बँगला भाषा पर अच्छी पकड़ थी| वर्ष 1923 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने| आजादी के बाद वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने|
मौलाना आजाद का जन्म 11 नवंबर, 1888 को मक्का में हुआ था| उनकी माता एक अरब महिला थीं और पिता मौलाना खैरुद्दीन एक बंगाली मुसलमान थे| वे हिंदू-मुसलिम एकता के प्रबल पक्षधर थे और मुसलिम युवकों को क्रांतिकारी आंदोलनों के प्रति प्रेरित करते थे|
सन् 1912 में कलाम ने ‘अल हिलाल’ नामक उर्दू साप्ताहिक आरंभ किया| उन्होंने हिंदू-मुसलिम एकता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई| सन् 1914 में सरकार ने उसे प्रतिबंधित कर दिया तो मौलाना ने ‘अल बलघ’ नामक एक साप्ताहिक आरंभ किया|
वे देश-विभाजन के सख्त खिलाफ थे| लेकिन विभाजन ने उनके एक-राष्ट्र के सपने को चकनाचूर कर दिया, जहाँ हिंदू और मुसलिम साथ-साथ रहकर तरक्की कर सकते थे| उनके उल्लेखनीय राष्ट्रीय योगदान के लिए सन् 1992 में मरणोपरांत उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया|
प्रस्तुत है सांप्रदायिकता को चुनौती देनेवाले, जाति और मजहब से ऊपर उठकर राष्ट्र को अगाध प्रेम करनेवाले एक आदर्श नेता की प्रेरणादायक जीवनी|
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