$7.78
Print Length
144 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2018
ISBN
9789350484692
Weight
280 Gram
मैं उसके हस्तक्षेप से थक चुकी थी| मैं बोली, ‘ठीक है, मुझे इस बारे में सोचने दीजिए| हम बाद में बात करते हैं|’
अगले दिन उसने फिर मुझे फोन किया| ‘मैडम, हमारी फैक्टरी में लंबे लोग भी हैं| क्या मैं आपको अलग-अलग सूची भेज दूँ, ताकि आप उनके लिए अधिक कपड़ा खरीद सकें?’
‘सुनिए, मेरे पास संशोधनों के लिए समय नहीं है| मैं ऐसा नहीं कर सकती|’
‘साड़ियों और कपड़ों का रंग क्या होगा?’
‘एक ही मूल्य के कपड़ों में हम अलग-अलग रंग ले लेंगे|’
‘अरे, आप ऐसा नहीं कर सकतीं| कुछ लोगों को अपने उपहारों के रंग पसंद आ सकते हैं और कुछ को बिलकुल भी नहीं आ सकते तो वे बहुत दुःखी हो जाएँगे|’
‘ऐसा है तो मैं एक ही रंग सभी को दे दूँगी|’
‘नहीं मैडम, ऐसा मत कीजिएगा| वे सोचेंगे कि आप उन्हें एक यूनिफॉर्म दे रही हैं|’
थककर मैं बोली, ‘तो आपका क्या सुझाव है?’
-इसी पुस्तक से
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