Roshni (रोशनी)

By Naushad Ali (नौशाद अली)

Roshni (रोशनी)

By Naushad Ali (नौशाद अली)

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Specifications

Print Length

160 pages

Language

Hindi

Publisher

Prabhat Prakashan

Publication date

1 January 2014

ISBN

9789383111442

Weight

305 Gram

Description

‘‘अबे सालो! तुम गरीबों की भी कोई इज्जत होवे है| इज्जत है पैस्सा, जिसके पास पैस्सा है, उसकी इज्जत है| तेरे पास रैने कू घर नहीं, पहनने कू ढंग का कपड़ा नहीं, सेठजी ऐसान कर रये तुझ पे| एक रात में तेरी लुगाई दस हज्जार कमाकर लाएगी, फिर साले उसे रानी बनाकर रखियो तू|’’ कहकर ठेकेदार जोर से हँसा|
-मर गई वो लज्जो
मेरी बेचैनी और कुढ़न कम नहीं हुई, बल्कि और बढ़ गई| मौलाना की कार मुझे कुछ ऐसे अखर रही थी जैसे किसी औरत को उसकी सौतन शादी की पहली रात को अखरती है|
मैं सोच रहा था कि काश! हमें भी शादी में कार मिली होती| बीवी हमारी चाहे इतनी सुंदर न होकर काली-कलूटी होती|
-दहेज की कार
‘‘इन सैक्युलरों को धर्मांध होने में कितनी देर लगती है नेताजी, बस एक चिनगारी की जरूरत है|’’
‘‘तो फिर देर किस बात की है, डालो न चिनगारी, वरना नुकसान दोनों पार्टियों का होगा|’’
‘‘ठीक कह रहे हैं आप नेताजी, जिस दिन इस देश के लोगों ने धर्म-जाति की राजनीति से हटकर सोचना शुरू कर दिया, हमारी और आपकी पार्टी के तो दफ्तर ही बंद हो जाएँगे|’’
-फसाद
-इसी संग्रह से


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