$7.78
Genre
Print Length
132 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2018
ISBN
9789383110278
Weight
290 Gram
हिंदी के जाने-माने कवि-कथाकार प्रकाश मनु ने बच्चों और किशोर पाठकों के लिए भी खूब लिखा है| उनकी कहानियों में बच्चों की दुनिया का हर रंग, हर खुशबू है-उनकी शरारतें और नटखटपन, उनके शिकवे-शिकायतें, उनके सुख-दु:ख और छोटी-बड़ी परेशानियाँ; साथ ही उनके खेल-कूद, मस्ती, सपने और मिलकर कुछ करने का हौसला भी| यही वजह है कि बच्चे और किशोर पाठक मनुजी की कहानियाँ ढूँढ़-ढूँढ़कर पढ़ते और सराहते हैं| कोई पच्चीस वर्षों तक लोकप्रिय बाल पत्रिका ‘नंदन’ से जुड़े रहे प्रकाश मनु की कहानियों का यही जादू उनकी चुनिंदा किशोर कहानियों की पुस्तक ‘गंगा दादी जिंदाबाद’ में एकदम नए रूप और अंदाज में सामने आया है|
‘गंगा दादी जिंदाबाद’ संग्रह में ‘मास्टर जी’, ‘प्यारे अनुराग के लिए’, ‘जब चित्र बनाए पैरों ने’, ‘मेरे प्यारे नंदू भैया’ और ‘किस्सा घुमक्कड़राम का’ सरीखी मनुजी की बेहद चर्चित किशोर कहानियाँ शामिल हैं, जिन्हें एक साथ पढ़ना रोमांचक अनुभव है| इसी तरह ‘सरस्वती बाबू’, ‘रज्जो की सहेली’, ‘अंधा गायक’, ‘मैं जीत गया पापा’ और ‘तुम भी पढ़ोगे जस्सू’ ऐसी कहानियाँ हैं, जिनमें बचपन के दु:ख और अभावों की छाया है; पर इसके बावजूद जीवन के रास्ते कभी खत्म नहीं होते, और हर मुसीबत के बाद नई राहें निकलती हैं|
विश्वास है, साहित्य अकादेमी के पहले बाल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित प्रकाश मनु की चुनिंदा किशोर कहानियों का यह संग्रह बच्चे खूब रस लेकर पढ़ेंगे| "
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