By Prakash Biyani ((प्रकाश बियानी), Kamalesh Maheshwari (कमलेश महेश्वरी)
By Prakash Biyani ((प्रकाश बियानी), Kamalesh Maheshwari (कमलेश महेश्वरी)
$11.65
Genre
Print Length
183 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2010
ISBN
9788173158797
Weight
330 Gram
बिजनेस स्कूल के छात्रों को पढ़ाया जाता है-
‘‘ब्रांड यानी उत्पाद विशेष का नाम एक ट्रेडमार्क|’’
वेबस्टर्स शब्दावली के अनुसार ब्रांड यानी...
''A mark Burned on the Skin with hot iron.''
हिंदी में इसका भावार्थ है...
‘‘व्यक्ति के शरीर पर उसकी पहचान दाग देना|’’
यही इस पुस्तक का सार है |
ब्रांड किसी उत्पाद का केवल नाम नहीं होता | उसके उत्पादक का पैटेंटेड ट्रेडमार्क भी नहीं होता | ग्राहक जब ' फेविकोल ' खरीदता है तो उसके साथ इस विश्वास का मूल्य भी चुकाता है कि इसका जोड़ निकाले नहीं निकलेगा | एडीडास या बाटा के जूते हों, मैक्डॉनल्ड्स के फास्ट फूड हो या बाबा रामदेव की ओषधियाँ-ग्राहक इनके साथ एक भरोसा खरीदता है | ब्रांडेड उत्पाद केवल वस्तु का मूल्य प्राप्त नहीं करते, वे एक भरोसे' एक विश्वास की कीमत भी वसूल करते हैं | वही ब्रांड मार्केट लीडर बनते हैं या लंबी पारी खेलते हैं, जो अपने पर ' दाग ' दी गई ' पहचान ' को एक बार नहीं, हर बार सही साबित करते हैं |
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