$7.78
Genre
Print Length
111 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2012
ISBN
9789380823348
Weight
255 Gram
उड़ने की चाह में पंख तो मिले
पर आकाश नहीं मिला
एक टुकड़ा आसमान का
मेरे आँगन से दिखता
पिता ने कहा
तू जितनी चाहे उड़
यही तेरा आकाश है
मैंने देखा उनकी तरफ
मेरा मौन मुखर हो बोला
मुझे टुकड़ों में नहीं
पूरा आसमान चाहिए
उड़ने को सारा संसार चाहिए |
- इसी पुस्तक मै
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