संघ का विश्वास है कि राजनीति किसी राष्ट्र के जीवन का अभिन्न अंग होती है, परन्तु राष्ट्र का सम्पूर्ण जीवन राजनीति ही नहीं हैं| सामाजिक परिवर्तन केवल राजनीति के माध्यम से नहीं लाए जा सकते| उस उद्देश्य की पूर्ति के लिए जनसाधारण की शक्ति अर्थात् लोकशक्ति को जाग्रत् करना होगा और लोकशक्ति को सत्ता की राजनीति के माध्यम से जाग्रत् नहीं किया जा सकता| सत्ता की राजनीति जीवन का सार या एकमात्र उद्देश्य नहीं है और न इसे सर्वशक्तिमान माना जा सकता है| समाज की शक्ति राज्य की शक्ति से ऊपर होती है| जब जयप्रकाश बाबू लोकशक्ति की बात करते थे और यह कहते थे कि राज्य की शक्ति जो जनता पर निर्भर करती है तो वे इसी सिद्धांत का प्रतिपादन कर रहे होते थे|
Rashtriya Swayamsewak Sangh (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)
Author: Nanaji Deshmukh (नानाजी देशमुख)
Price:
$
7.78
Condition: New
Isbn: 9789350480373
Publisher: Prabhat Prakashan
Binding: Paperback
Language: Hindi
Genre: Other,
Publishing Date / Year: 2014
No of Pages: 136
Weight: 280 Gram
Total Price: $ 7.78
Reviews
There are no reviews yet.