$13.53
Genre
Print Length
232 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2014
ISBN
8173153884
Weight
390 Gram
अपने देश के सामाजिक और राजनीतिक चरित्र का जो भी अच्छा स्वरूप आज हमें दिखाई देता है उसके लिए जिन महापुरुषों की ध्येय-दृष्टि और उदात्त जीवनादर्श प्रेरक रहे हैं, उनमें डॉ. आंबेडकर का स्थान अग्रिम पंक्ति में है | उनके लिए परिस्थिति अत्यंत प्रतिकूल थी | जन्म ऐसी जाति में हुआ था, जो जाति- प्रथा की श्रेष्ठ कनिष्ठतावाली रचना में निम्न स्तर पर थी | किसी के लिए भी उन कंटीले बंधनों से बाहर निकलना आसान नहीं था | डॉ. आंबेडकर की महिमा यह हें कि वे इन कँटीले बंधनों को तोड़कर बाहर निकले | इतना ही नहीं, उन्होंने तो अपने समाज-बांधवों को बंधनों से मुक्त होने का रास्ता भी बताया-और केवल बताया ही नहीं, अपने आचरण से उसे प्रशस्त भी बनाया | डॉ. आंबेडकर की जीवन-गाथा को अनेक भाषाओं में अनेक लेखकों द्वारा लिपिबद्ध किया गया है | उन सबका अपना महत्व है | भविष्य में भी नए लेखक उनके लंबे जीवन के विभिन्न पहलुओं को नई दृष्टि से देखेंगे और उस दृष्टि को शब्द- सृष्टि में बदलने का प्रयास करेंगे | श्री अग्निहोत्री ने डॉ. आबेडकर को उनके जीवन काल में घटित घटनाचक्र के रूप में प्रस्तुत किया है | इस जीवनचरित की उल्लेखनीय विशेषता यह है कि यह घटनाओं का संकलन मात्र नहीं है और न यह मात्र जीवनवृत्त ही है | यह डॉ. आंबेडकर के विराट् व्यक्तित्व और कालजयी कृतित्व को उपन्यास की शैली में सरल तथा सुबोध भाषा के माध्यम से सामान्य पाठकों तक पहुँचाने का अर्थपूर्ण प्रयास है |
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