$6.21
Genre
Print Length
138 pages
Language
Hindi
Publisher
Manjul Publication
Publication date
1 January 2024
ISBN
9789355436115
Weight
0.48 Pound
मैं देने के गौरव से मुस्कुराती रही हकीकत में जिसने दिया, लिया... वो मेरे घमंड पे ठहाके लगाता रहा वो कहता, आओ, बैठो रात कटती नहीं मन होता कहूँ... कभी दिन भी गुज़ार के देखो मेरे बगैर घर की खातिर घर छोड़ के निकले हैं दीवाने वो संवारती रही घर उसके इंतज़ार में... उसने सराय को घर बना लिया
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