$7.19
Genre
Print Length
202 pages
Language
Hindi
Publisher
Manjul Publication
Publication date
1 January 2024
ISBN
9789355434531
Weight
0.63 Pound
यह लॉकडाउन है एक माँ का, एक स्त्री का, पत्नी का, बेटी का और प्रोफ़ेसर का। जीवन में ऐसे अप्रत्याशित अनुभवों में भी जो 'रस' खोज ले (चाहे वह 'करूण' रस ही क्यों न हो) वही असली मायनों में नारी है। पैदल-पैदल, महानगरों से पलायन करती, भीड़ में पति या पिता का साथ देती स्त्री या बच्चों, पति भाई और स्वयं को भी, किसी भी परिस्थिति में बाहर न जाने के लिए प्रतिबद्ध स्त्री या अपने बेटे को 1400 कि.मी. स्कूटी चलाकर ले आने वाली स्त्री का लॉकडाउन किसी को कहाँ नज़र आएगा ? ऐसी ही जिजीविषा और प्रतिदिन की खट्टी-मीठी सच्ची घटनाओं का दस्तावेज है खत्म हुआ मेरा लॉकडाउन !
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