₹300.00
MRPGenre
Novels And Short Stories, Science And Technology
Print Length
212 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2016
ISBN
8173156700
Weight
385 Gram
प्रो. विक्रम साराभाई (1919-71) आधुनिक भारत के महान् वैज्ञानिकों में प्रमुख थे| वे एक साथ प्रतिष्ठित व्यवसायी, कला व सौंदर्य-प्रेमी एवं प्रकृति-प्रेमी तथा स्वप्नद्रष्टा वैज्ञानिक थे| भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में साराभाई का अतुलनीय योगदान था| भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए टेलीविजन तथा अन्य माध्यमों से उसके अनुप्रयोग के संदर्भ में भी उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका थी| 60 के दशक में होमी जहाँगीर भाभा के निधन के पश्चात् उन्होंने परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष का महत्त्वपूर्ण पद-भार सँभाला|
प्रो. साराभाई ने अपने जीवनकाल में अलग-अलग तरह के कई संस्थान शुरू किए थे, जिनमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो-ISRO), भौतिकी अनुसंधान प्रयोगशाला (P.R.L.), कार्य अनुसंधान समूह (O.R.G.), भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM-हैदराबाद) एवं राष्ट्रीय प्रारूप संस्थान (N.I.D.) आदि प्रमुख हैं|
वे विज्ञान के दीर्घकालिक प्रभाववाले विकास कार्यक्रमों की आधारशिला रखनेवाले महान् वैज्ञानिक एवं व्यापक गतिविधियों को संचालित करनेवाले उच्च कोटि के संगठनकर्ता थे| परमाणु बम को लेकर उनके अपने अलग ही विचार थे|
प्रो. साराभाई के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को समग्रत: प्रस्तुत करती जीवनगाथा, जो प्रत्येक भारतीय के लिए पठनीय और संग्रहणीय है|
0
out of 5