₹300.00
MRPGenre
Novels And Short Stories, Social Science
Print Length
150 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2013
ISBN
9789380186832
Weight
305 Gram
अगर आपको एक ही पुस्तक में भारत के अध्यात्म-दर्शन और प्रख्यात भारतीय दार्शनिकों के विचारों का अध्ययन करना है तो यह पुस्तक आपके लिए ही है| विद्वान् लेखक मैक्स मूलर ने चैतन्य महाप्रभु, गुरु नानक, स्वामी दयानंद सरस्वती, राजा राममोहन राय ,रामकृष्ण परमहंस, केशवचंद्र सेन आदि विभूतियों के दर्शन के समानांतर चलते हुए भारतीय वेदांत दर्शन को कसौटी पर कसकर पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है| | लेखक ने संन्यासी एवं संत, साधना एवं योग और ब्राह्मणवाद के परिप्रेक्ष्य में लोगों की जिज्ञासाओं को पूर्णरूपेण तुष्ट करने का सफल प्रयास किया है और समस्त अनुत्तरित प्रश्नों का समाधान किया है | यह पुस्तक हर आयु वर्ग के पाठक के लिए बेहद उपयोगी है |
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