Dashdwar Se Sopan Tak (दशद्वार से सोपान तक)

By Harivansh Rai Bachchan (हरिवंशराय बच्चन)

Dashdwar Se Sopan Tak (दशद्वार से सोपान तक)

By Harivansh Rai Bachchan (हरिवंशराय बच्चन)

450.00

MRP ₹495 10% off
Shipping calculated at checkout.

Specifications

Genre

Memoir & Biography, Novels & Short Stories

Print Length

528 pages

Language

Hindi

Publisher

Rajpal and sons

Publication date

1 January 2014

ISBN

9788170281177

Weight

745 Gram

Description

प्रख्यात हिन्दी कवि हरिवंशराय बच्चन की आत्मकथा का पहला खंड क्या भूलूं क्या याद करूँ, जब 1969 में प्रकाशित हुआ तब हिन्दी साहित्य में मानो हलचल सी मच गई। यह हलचल 1635 में प्रकाशित मधुशाला से किसी भी प्रकार कम नहीं थी। समकालीन अनेक लेखकों ने इसे हिन्दी के इतिहास की ऐसी पहली घटना बताया जब अपने बारे में इतनी बेबाकी से सब कुछ कह देने के विकास और समूचे काल तथा क्षेत्र को भी उन्होंने अत्यन्त जीवन्त रूप में उभरकर प्रस्तुत किया। इसके बाद आत्मकथा के आगामी खंडों की बेताबी से प्रतीक्षा की जाने लगी और उन सभी का जोरदार स्वागत होता रहा सभी के अनेक संस्मरण हुए और हो रहे हैं। प्रथम खंड ‘क्या भूलूँ क्या याद करूँ’ के बाद ‘नीड़ का निर्माण फिर’ ‘बसेरे से दूर’ और ‘ ‘‘दशद्वार’’ से ‘‘सोपान’’ तक’ लगभग पंद्रह वर्षों में इसके चार खंड प्रकाशित हुए। इस आत्मकथा के माध्यम से कवि ने गद्य-लेखन में भी नये मानदंड स्थापित किये। बच्चन की यह कृति आत्मकथा साहित्य की चरम परिणति है और इसकी गणना कालजयी रचनाओं में की जाती है।


Ratings & Reviews

0

out of 5

  • 5 Star
    0%
  • 4 Star
    0%
  • 3 Star
    0%
  • 2 Star
    0%
  • 1 Star
    0%