Valmiki Ramayan Sunderkand (வால்மீகி ராமாயணம் சுந்தரகாண்டம்)

By Maharshi Valmiki (மகரிஷி வால்மீகி)

Valmiki Ramayan Sunderkand (வால்மீகி ராமாயணம் சுந்தரகாண்டம்)

By Maharshi Valmiki (மகரிஷி வால்மீகி)

60.00

MRP ₹66 10% off
Shipping calculated at checkout.

Specifications

Genre

Devotional

Print Length

260 pages

Language

Tamil

Publisher

Geeta Press

Weight

300 Gram

Description

श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण ग्रन्थाकार—त्रेतायुगमें महॢष वाल्मीकिके श्रीमुखसे साक्षात् वेदोंका ही श्रीमद्रामायणरूपमें प्राकट्य हुआ था, ऐसी आस्तिक जगत्की मान्यता है। अत: श्रीमद्रामायणको वेदतुल्य प्रतिष्ठ ा प्राप्त है। धराधामका आदिकाव्य होनेके कारण इसमें भगवान्के लोकपावन चरित्रकी सर्वप्रथम वाङ्मयी परिक्रमा है। इसके एक-एक श्लोकमें भगवान्के दिव्य गुण, सत्य, सौहार्द, दया, क्षमा, मृदुता, धीरता, गम्भीरता, ज्ञान, पराक्रम, प्रजा-रंजकता, गुरुभक्ति, मैत्री, करुणा, शरणागत-वत्सलता-जैसे अनन्त पुष्पोंकी दिव्य सुगन्ध है। मूलके साथ सरस हिन्दी अनुवादमें दो खण्डोंमें उपलब्ध, सचित्र, सजिल्द।


Ratings & Reviews

0

out of 5

  • 5 Star
    0%
  • 4 Star
    0%
  • 3 Star
    0%
  • 2 Star
    0%
  • 1 Star
    0%