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Main Chanakya Bol Raha Hoon (मैं चाणक्य बोल रहा हूँ)

Price: ₹ 250.00

Condition: New

Isbn: 9789383111138

Publisher: Prabhat Prakashan

Binding: Hardcover

Language: Hindi

Genre: Novels And Short Stories,Memoir And Biography,

Publishing Date / Year: 2013

No of Pages: 127

Weight: 229 Gram

Total Price: 250.00

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विशाल साम्राज्य खड़ा करनेवाले चंद्रगुप्‍त मौर्य के गुरु तथा विश्‍व-प्रसिद्ध आचार्य विष्णुगुप्‍त चाणक्य बचपन में अन्य बालकों से भिन्न एक असाधारण बालक थे| उनके पिता चणक एक शिक्षक थे, इसलिए चाणक्य भी अपने पिता का अनुसरण करके शिक्षक बनना चाहते थे| उन्होंने तक्षशिला विश्‍वविद्यालय में राजनीति और अर्थशास्‍‍त्र की शिक्षा ग्रहण की| इसके पूर्व उन्होंने बचपन में ही वेद, पुराण इत्यादि वैदिक साहित्य का अध्ययन कर लिया था| उनका ग्रंथ ‘चाणक्य नीति’ साहित्य की अमूल्य निधि है| आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में जो कहा, वह इतिहास बन गया| उनके कथन उदाहरण बन गए| उनके कथन उस काल में जितने महत्त्वपूर्ण थे, आज भी वे उतने ही प्रासंगिक हैं| उनका एक-एक कथन अनुभवों की कसौटी पर कसा खरे सोने जैसा है| 2,300 वर्ष पहले लिखे गए चाणक्य के ये शब्द आज भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं| अगर उनकी राजनीति के सिद्धांतों का थोड़ा भी पालन किया जाए तो कोई भी राष्‍ट्र महान्, अग्रदूत और अनुकरणीय बन सकता है| आचार्य चाणक्य के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, कूटनीतिक तथा सभी प्रासंगिक विषयों के प्रेरणाप्रद सूत्र वाक्यों का प्रामाणिक संकलन|