₹250.00
MRPGenre
Novels And Short Stories
Print Length
140 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2016
ISBN
8188140627
Weight
280 Gram
दुनिया में हर युग, हर काल में ऐसे अद्भुत लोग हुए हैं, जिनके भीतर अपने देश, समाज और मनुष्य की बेहतरी का सपना था, जिसके लिए कुछ कर गुजरने की धुन उन्हें हर वक्त आगे बढ़ने की प्रेरणा देती रही| ऐसे लोगों में लेखक, संत, समाज-सुधारक, स्वाधीनता सेनानी और नई-नई खोजों में जुटे वैज्ञानिक सभी तरह के व्यक्तित्व थे| 'धुन के पक्के' पुस्तक में डॉ. सुनीता ने बड़े भावपूर्ण ढंग से भारत और विश्व के अन्य देशों के उन महानायकों और तेजस्वी महिलाओं का चित्रण किया है, जिन्होंने विश्व और मानवता के हित के लिए बड़े-से-बड़े कष्ट हँसते हुए सहे और ऐसे महा अभियानों में लगे रहे, जिनसे इनसान को नई-से-नई मंजिलें मिलीं| इनमें प्रेमचंद और रवींद्रनाथ ठाकुर जैसे महान् लेखक हैं तो ज्योतिबा फुले, नारायण गुरु और महर्षि कर्वे जैसे समाज-सुधारक भी; तेनजिंग नोरगे, स्कॉट और लिविंग्स्टन जैसे कठिन अभियानों पर निकले दु:साहसी यात्री हैं तो राइट बंधुओं और एलियस होव जैसे धुनी वैज्ञानिक भी, जिन्होंने अपनी अथक मेहनत के बल पर मनुष्य की असंभव कल्पनाओं को भी सच करके दिखाया| विश्वास है, विश्व के अनेक तेजस्वी महानायकों का स्मरण कराती यह पुस्तक हर वर्ग के पाठकों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी और उन्हें अपने जीवन में कोई बड़ा काम करने के लिए प्रेरित भी करेगी|
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