₹350.00
MRPGenre
Print Length
191 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2018
ISBN
9788173158537
Weight
365 Gram
जैसे कोई शिल्पकार किसी पत्थर को तराशकर एक खूबसूरत मूर्ति बना देता है, लेकिन उस पत्थर को तराशने से पहले ही वह अपने मन-मस्तिष्क में उस मूर्ति की तसवीर को मन की आँखों से देख चुका होता है| ठीक वैसे ही सफल वक्ताओं के कुछ बोलने अथवा भाषण देने से पूर्व ही पूरे भाषण का स्वरूप व विचार उनके मन-मस्तिष्क में अंकित हो जाते हैं, तत्पश्चात् वे धाराप्रवाह बोलते हैं| उन्हें याद करने के लिए रुकना या भटकना नहीं पड़ता और यही वह कला है, जिससे लोग सम्मोहित हो जाते हैं तथा वक्ता द्वारा बताए गए दिशा-निर्देशों को मानते हुए अपनी राह चुनते हैं, अपना मार्ग तय करते हैं| एक सफल वक्ता अपने जीवन को तो सफल बनाता ही है, अपने संपर्क में आए अन्य लोगों के जीवन को भी सफल बनाने का प्रयास करता है| ‘आओ, बनें सफल वक्ता’ किसी भी व्यक्ति के जीवन को ठीक इसी प्रकार सफलता के मुकाम पर ले जाने के लिए एक सफल वक्ता बनाने का प्रयास करती है| यदि आप धाराप्रवाह, शुद्ध और स्पष्ट बोलने में सक्षम हैं, आपका भाषण या आपके बोलने की शैली शुद्ध तथा स्पष्ट है, आप अपने बोलने की प्रक्रिया में संतुलित उतार-चढ़ाव और उचित ताल-मेल पर पूरा ध्यान रखते हैं, तब आपके बोलने या भाषण देने में एक खूबसूरत प्रवाह आता है और आप एक सफल वक्ता कहलाते हैं| ‘आओ, बनें सफल वक्ता’ पुस्तक कुछ ऐसी ही शैलियों और तरीकों से भरी पड़ी है, जो आपको एक सफल वक्ता व सफल व्यक्तित्व बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी|
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