₹50.00
MRPGenre
Print Length
16 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2012
ISBN
9788170289920
Weight
100 Gram
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई सन् 1857 के गदर के महत्वपूर्ण नेताओँ में से एक थी । झाँसी के राजा के साथ ब्याही लक्ष्मीबाई राजसी ठाठबाट युक्त तथा युद्ध कलाओं में दक्ष थी । तथा जब उनके पति की असमय मृत्यु हुईं, वे झाँसी की रानी बनीं । यह अंक उस महान योद्धा की जीवन-कथा को समर्पित है जिससे आपको उस समय के के उसके राज्य को हथियाने के अनुचित तरीकों का पता चलेगा । "में झाँसी नहीं दूँगी" उसके है शब्द थे जो अंग्रेजी हमलों के जवाब से साहसपूर्वक ढंग से लडे गए युद्ध का विषय बने ।
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