₹175.00
MRPGenre
Novels & Short Stories, Anthologies & Collections
Print Length
144 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2012
ISBN
9789350640517
Weight
280 Gram
हिन्दी के कथाकारों में आचार्य चतुरसेन का महत्वपूर्ण स्थान है। आचार्य जी ने मुग़लकालीन तथा ब्रिटिश इतिहास का अध्ययन विशेष रूप से किया था । तत्कालीन राजघरानों से उनका निकट का संबंध रहा था इनको आधार बनाकर उन्होंने कहानियाँ तथा अनेक उपन्यास लिखे जो अनाज भी सार्थक हैं । साथ ही, सामाजिक विषयों पर उत्कृष्ट कहानियाँ भी लिखी । प्रस्तुत संकलन की कहानियाँ उन्होंने स्वयं पसंद की और उन पर टिप्पणियों भी लिखी हैं ।
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