₹160.00
MRPGenre
Print Length
120 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2011
ISBN
9788170288886
Weight
100 Gram
भारतीय जन-जीवन के कुशाल कथाशिल्पी प्रेमचन्द को श्रेष्ठ कहानियां जो नाट्य-रूपान्तर, जिन्हें सुपरिचित उपन्यासकार चित्रा मुद्गल ने प्रस्तुत किया है। रेडियो और दूरदर्शन से प्रसारित हो चुकें ये नाटक स्कूलों के छात्र भी आसानी से कर सकते हैं । "व्यास सामान' से सम्मानित हिन्दी को प्रतिष्ठित उपन्यासकार चित्रा मुट्यल ने कहानियों का नाट्य-रूपान्तर किया है । सुगमता से अभिनीत हो सकने वाले नाटकों का हिन्दी में अभाव हैं। प्रेमचन्द के कहानियों के ये नाट्य-रूपान्तर इस कमी को पूरा करेंगे ।
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