Neerh Ka Nirman Phir (नीड का निर्माण फिर)

By Harivansh Rai Bachchan (हरिवंशराय बच्चन)

Neerh Ka Nirman Phir (नीड का निर्माण फिर)

By Harivansh Rai Bachchan (हरिवंशराय बच्चन)

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Specifications

Genre

Memoir & Biography, Novels & Short Stories

Print Length

272 pages

Language

Hindi

Publisher

Rajpal and sons

Publication date

1 January 2015

ISBN

9788170281184

Weight

425 Gram

Description

प्रख्यात हिन्दी कवि हरिवंशराय “बच्चन” की आत्मकथा का पहला खंड, “क्या भूलूँ क्या याद करूँ, जब 1969 में प्रकाशित हुआ तब हिन्दी साहित्य में मानो हलचलसी गई। यह हलचल 1955 में प्रकाशित “मधुशाला” से किसी भी प्रकार कम नहीं थी। अनेक समकालीन लेखकों ने इसे हिन्दी के इतिहास की ऐसी पहली घटना बताया अपने बारे में इतनी बेबाकी से सब कुछ कह देने का साहस किसी ने दिखाया। इसके बाद आत्मकथा के आगामी खंडों की बेताबी से प्रतीक्षा की जाने लगी और उन सभीःका जोरदार स्वागत होता रहा। प्रथम खंड “क्या भूलूँ क्या याद करूँ” के बाद “नीड़ का निर्माण फिर”, “बसेरे से दूर” और “ “दशद्वार' से 'सोपान” तक” लगभग पंद्रह वर्षों में इसके चार खंड प्रकाशित हुए। बच्चन की यह कृति आत्मकथा साहित्य की चरम परिणति है और इसकी गणना कालजयी रचनाओं में की जाती है।


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