₹450.00
MRPGenre
Memoir & Biography, Novels & Short Stories
Print Length
192 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2013
ISBN
9789350641774
Weight
300 Gram
दोस्त-दुश्मन, जानने-पहचानने वाले, अपने आस-पास के समाज की सोच और उसकी मंशाएं, यहाँ तक की भवन, पेड़-पौधे, जीव-जंतु किये नहीं बच पाया खुशवं सिंह की पैनी नजर और तेज-तर्रार कलम से। अपने जीवन में जो देखा , अनुभव किया, हरेक पर उनकी कुछ यादें और धारणाएं है जो इस अत्यंत रोचक पुस्तक में प्रस्तुत है। जहां एक और मदर टेरेसा और डाकू फूलन देवी से मुलाकातों की दास्ताँ है, तो वहीं अपने शहर दिल्ली की शानदार इमारतों की बातें औए देश में तेजी से बढ़ाते ढोंगियों और पाखंडियों का खुलासा किया है। पढ़ना शुरू करें तो आप पानी पलटते ही जायेंगे… खुशवंत सिंह एक प्रख्यात पत्रकार, स्तंभकार और लेखक है और उनकी लेखन शैली पाठकों में खासी लोकप्रिय है।
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