₹80.00
MRPPrint Length
264 pages
Language
Hindi
Publisher
Navajivan Trust
Publication date
1 January 2013
ISBN
9788172292119
संसारकी भावी व्यवस्थामें दो ही चीजें हमारे समक्ष रहेंगी – ग्राम आने विश्व | सुविधाके लिए दुनियाके नक़्शे पर विभिन्न देशों के नाम चाहे रहेंगे, परंतु विश्व और ग्रामके बीच एनी किसी तंत्रका अस्तत्व नहीं रहेगा | जीवनके भौतिक पक्षसे सम्बन्ध रखनेवाली संपूर्ण सत्ता गांवके हाथमें रहेगी | गांवमें अपने जीवनकी व्यवस्था सवयं करनेकी शक्त होगी |
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