₹225.00
MRPGenre
Novels & Short Stories
Print Length
204 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2015
ISBN
9789350642610
Weight
665 Gram
नाइट ट्रेन ऐट देओली की अधिकतर कहानियों की पृष्ठभूमि उत्तराखंड की घाटियाँ हैं, जहाँ खुद रस्किन बाॅन्ड का घर है। पहाड़ों पर रहने वाले सीधे-साधे, सरल लोगों की ये कहानियाँ कहीं तो पाठक के दिल को छू लेती हैं और कहीं उनके चेहरे पर मुस्कान लाती हैं। पहाड़ों पर विकास की गति बढ़ने से कैसे वृक्षों की जगह ऊँची इमारतें खड़ी हो रही हैं और स्टील, सीमेंट, प्रदूषण व आधुनिक रहन-सहन के तनाव और चिन्ताएँ इन लोगों की जि़न्दगी पर भारी पड़ रही हैं- इन सबकी पीड़ा की भी झलक इन कहानियों में मिलती है। ‘साहित्य अकादमी’ पुरस्कार, ‘पद्मश्री’ और ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित रस्किन बाॅन्ड की रूम आॅन द रूफ, वे आवारा दिन, उड़ान, दिल्ली अब दूर नहीं और एडवेंचर्स आॅफ़ रस्टी अन्य लोकप्रिय पुस्तकें हैं। ‘रस्किन बाॅन्ड की कहानियों में एक ताज़गी है। भारत के नज़ारों और जीवन के बारे में शायद ही किसी और लेखक ने इतने सहज और प्रामाणिक रूप् से लिखा होगा...हरेक कहानी जि़न्दगी के एक धड़कन दिल का आईना है।’ --नेशनल हैरल्ड
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