₹400.00
MRPGenre
Print Length
232 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2018
ISBN
9789351867548
Weight
412 Gram
हमारे प्राचीन ग्रंथों की कहानियाँ और महान् विभूतियाँ के जीवन में ऐसे मूल्य और सिद्धांत प्रकट होते हैं, जो हमारी भलाई और नैतिक विकास के लिए परम आवश्यक हैं। ये हमें अनोखे अनुभवों के साथ यादगार चरित्र प्रस्तुत करते हैं। फिर इन कहानियों का प्रभाव हमारे भौतिकसांसारिकआध्यात्मिक जीवन पर पड़ता है और हमारा मार्ग इनसे प्रशस्त होता है। कहानियाँ हमें उन कालों में ले जाती हैं, जब अवतारी पुरुष और मनुष्य के रूप में ईश्वर इस धरती पर विचरण करते थे और हमारे बीच हम में से ही किसी एक की तरह जीते थे। इसीलिए उनके अनुकरणीय जीवन का अपना आधार बनाकर हम भी मानव योनि को सार्थक कर सकते हैं। यकीनन ये कहानियाँ हम सभी के सर्वोत्तम गुणों का विकास करेंगी; जैसे— ईश्वर के प्रति आभार, हमारे साथियों के प्रति सहृदयता, औरों के प्रति क्षमा, दूसरों के साथ समझ और सहानुभूति तथा इस मानव जन्म के लक्ष्य को खोजना और उसे हासिल करना। दादा जे.पी. वासवानी भारत के सर्वाधिक सम्मानित आध्यात्मिक विभूतियों में से एक हैं। वे प्रसिद्ध साधु वासवानी मिशन के प्रमुख संचालक हैं, जो कि एक अंतरराष्ट्रीय, लाभनिरपेक्ष, समाज कल्याण और सेवा से जुड़ा संगठन है। इसका मुख्यालय पुणे में है और दुनिया भर में इसके कई सक्रिय केंद्र हैं।
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