₹300.00
MRPGenre
Print Length
96 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2019
ISBN
9789380823065
Weight
175 Gram
अपने दादा-दादी से और नाना-नानी से सुनी हुई कहानियाँ आज भी हमारे मन में बसी हुई हैं| इन्ही कहानियों ने हमें सच बोलना, किसी की मदद करना, प्रेम से रहना और भी न जाने कितने सबक सिखाए हैं| कुछ ऐसी ही तिलिस्मी, जादुई कहानियाँ इस प्रस्तुति में आपको पढने मिलेगी| 'अलीबाबा और चालीस चोर' बहुत ही रोचक कहानी है, जो हर किसी को मनोरंजक होगी|
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