₹100.00
MRPGenre
Print Length
72 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2012
ISBN
817315404X
Weight
190 Gram
नागालैंड की धरती की रत्न रानी गाइडिन्ल्यू के जीवन के बहुत सारे पक्ष थे | वे बहुत अच्छी मित्र और ममतामयी माँ थीं | सबके साथ जुड़नेवाली समाजधर्मी महिला थीं | अत्यंत परिचित होते हुए भी रहस्यमय थीं | वे हमेशा अमृतर्सिधु को तलाशती रहती थीं | वह सांप्रदायिक मतवादी नहीं थोर सर्वधम-समर्पिता थीं | उनका दृष्टिकोण और निष्ठा अद्भुत थी | फिर भी उनकी अतर्निहित पीडा को अनदेखा नहीं किया जा सकता | वे दमन, उत्पीड़न तथा विवशता के दुशाले में लिपटी चिंतनशील नारी थीं | संघर्ष उनके ओंसुओं पर निर्मित रक्तरंजित इतिहास बन गया था | नागालैंड और नागा जनजाति की अद्भुत आदिसंस्कृति, रीति-रिवाज, उनके ऐतिहासिक ज्ञान आदि को प्राप्त करने की पाठ्य सामग्री की कमी को देखते हुए इस पुस्तक को हिंदी पाठकों के लिए लिखा गया है |
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