Rasayanik Tathya: Vichitra Kintu Satya (रासायनिक तत्थ्य: विचित्र किन्तु सत्य)

By Sushila Rai (सुशीला राय)

Rasayanik Tathya: Vichitra Kintu Satya (रासायनिक तत्थ्य: विचित्र किन्तु सत्य)

By Sushila Rai (सुशीला राय)

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Specifications

Genre

Novels And Short Stories

Print Length

95 pages

Language

Hindi

Publisher

Prabhat Prakashan

Publication date

1 January 2012

ISBN

8185826579

Weight

215 Gram

Description

भारत की रोप ट्रिक ने पूरे विश्‍व को असमंजस में डाला हुआ है | आज भी मेले- ठेलों में भारतीय कलाकार जादू-टोनों और बाजीगरी के अद‍्भुत कारनामों से परंपरागत लोक-विज्ञान की परिपाटी को सजीव रखे हुए हैं| डुगडुगी बजाता हुआ मदारी कठौती में आम और अदृश्य गंगा की धार निर्मित करता हुआ अपनी आजीविका कमाता है | जिज्ञासु बालमन में ये सभी करतब कौतूहल की वृद्धि करते रहते हैं और बालक सदा गुरुजनों एवं पुस्तकों से इनका उत्तर पाने के लिए लालायित रहता है | यह पुस्तक रसायन विज्ञान से संबंधित तथ्यों को उजागर कर यह बताने का सार्थक प्रयास है कि विचित्र खेल-तमाशे जादू-टोने नहीं, बल्कि वैज्ञानिक तथ्यों को हाथ की सफाई के द्वारा दर्शकों के सामने प्रस्तुत करने का एक मनोहारी तरीका है | पुस्तक के माध्यम से अंधविश्‍वास, जादू-टोना और ठगी के कारनामों का परदाफाश तो होगा ही, साथ ही बच्चों का ज्ञानवर्धन तथा विज्ञान के प्रति रुचि भी बढ़ेगी | बच्चे व वयस्क घर बैठे कोई-न-कोई वैज्ञानिक प्रयोग करने के लिए सदा प्रेरित होंगे | और कौन ऐसा व्यक्‍त‌ि होगा, जो अपने ड्राइंगरूम में रंग- बिरंगा काँच का बगीचा न उगाना चाहेगा?


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