Tum Meri Zindagi Ka Password Ho (तुम मेरी ज़िन्दगी का पासवर्ड हो)

By Sudeep Nagarkar (सुदीप नगरकर)

Tum Meri Zindagi Ka Password Ho (तुम मेरी ज़िन्दगी का पासवर्ड हो)

By Sudeep Nagarkar (सुदीप नगरकर)

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Specifications

Genre

Novels & Short Stories

Print Length

192 pages

Language

Hindi

Publisher

Rajpal and sons

Publication date

1 January 2017

ISBN

9789386534101

Weight

100 Gram

Description

सभी की ज़िन्दगी में एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसके बिना ज़िन्दगी, ज़िन्दगी नहीं लगती विराट और काव्या, एक-दूसरे से बिलकुल अलग होने के बावजूद बहुत पक्के दोस्त हैं। विराट शांत और गम्भीर स्वभाव का है जबकि काव्या हमेशा मस्ती-भरी ज़िन्दगी जीना चाहती है। दोनों दोस्तों के बीच कोई तीसरा नहीं आ सकता, यहाँ तक कि विराट की प्रेमिका, महक, भी नहीं। लेकिन जब एक ऐसी घटना घट जाती है जिसकी किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की थी, तो उनकी दोस्ती को एक कठिन अग्नि-परीक्षा से गुज़रना पड़ता है। दिल को छू लेने वाली दोस्ती की यह कहानी इस बात को साबित करती है कि सच्चे दोस्त कभी अपनी दोस्ती नहीं छोड़ते।


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