₹100.00
MRPGenre
Print Length
100 pages
Language
Hindi
Publisher
Manjul Publication
Publication date
1 January 2016
ISBN
9788183227773
Weight
200 Gram
माफ़ी माँगकर इंसाफ़ करने की कला क्या आप स्वयं से प्रेम करते हैं? क्या आप हमेशा खुश रहना चाहते हैं? क्या आप अपने पारिवारिक, सामाजिक, व्यावसायिक रिश्तों को मधुर बनाना चाहते हैं? क्या आप जीवन में सफलता की सीढियाँ चढ़ना चाहते हैं? यदि आपके लिए इन सभी प्रश्नों का उत्तर 'हाँ' में है तो आपको बस एक ही शब्द कहना सीखना है - 'सॉरी' यानी मुझे माफ़ करें.' सॉरी, क्षमा, माफ़ी..भाषा चाहे कोई भी हो, पूरे दिल से माँगी गई माफ़ी आपके जीवन में चमत्कार कर सकती है. यह आपका इंसाफ़ (मन की सफ़ाई) कर सकती है. यहाँ तक कि आपके पिछले सभी कर्मसंबंध समाप्त कर आपके भाग्य भी चमका सकती है. यह पुस्तक आपको क्षमा का जादू सीखने जा रही है. इसमें आप सीखेंगे - क्षमा के द्वारा सुख- दुःख के पार पहुँचकर आनंदित कैसे रहें विकारों के चंगुल से निकलने के लिए क्या करें अपने सभी कर्मसंबंधों को क्षमा के द्वारा कैसे मिटाएँ अपने शरीर के अंगों से क्षमा माँगकर स्वास्थ्य कैसे पाएँ दूसरों को क्यों और कैसे माफ़ करके ख़ुद से प्रेम करें क्षमा से मोक्षमा की अंतिम सफलता असफलता कैसे पाएँ
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