₹215.00
MRPGenre
Print Length
136 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2013
ISBN
9789350642351
Weight
100 Gram
सोदागर, चोर मचाए शोर, दुलहिन वही जो पिया मन भाये, राम तेरी गंगा मैली, हिना जैसी लोकप्रिय फिल्मों के संगीत-निर्देशक रवीन्द्र जैन लोकप्रिय संगीतकार होने के साथ एक बहुत अच्छे गीतकार और गायक भी हैं। अलीगढ़ में जन्मे रवीन्द्र जैन जन्मान्ध हैं लेकिन कभी इसको अपने रास्ते की बाधा नहीं बनने दिया । इलाहाबाद से संगीत प्रभाकर की उपाधि पाकर वे मंबई आए और हिन्दी फिल्म जगत में अपने संगीत का सिक्का जमाया । फिल्मों के अतिरिक्त टेलिविजन धारावाहिक रामायण, श्रीक्रष्ण, अलिफ-लेला का भी संगीत-निर्देशन किया | उनके कई गैर-फिल्मी एलबम भी हैं । रवीन्द्र जेन जितने अच्छे संगीतकार हैं उतने ही अच्छे गीतकार और शायर भी हैं। उनके बारे में प्रसिद्ध कवि गोपालदास “नीरज” का कहना है : “श्री रवीन्द्र मेन की गजलों पर नजर डालते हैं तो यह देखकर बहुत आश्चर्य होता है कि जिसने कभी उर्दू ज़बान पढ़ी ही नहीं, उसने कैसे ऐसी गजलें और शे'र कहे जो उस्तादों द्वारा कहे जाते हैं ।”” इस पुस्तक में प्रस्तुत उनकी ग़ज़लें, नज्में और शेर आपको बह॒त पसन्द आएंगे।
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