Baten Jo Kahi Ja Sakti Hain aur Nahin Kahi Ja Saktin (बातें जो कहीं जा सकती हैं और नहीं कहीं जा सकतीं)

By Arundhati; Cusack Roy (अरुंधति; क्यूसैक रॉय)

Baten Jo Kahi Ja Sakti Hain aur Nahin Kahi Ja Saktin (बातें जो कहीं जा सकती हैं और नहीं कहीं जा सकतीं)

By Arundhati; Cusack Roy (अरुंधति; क्यूसैक रॉय)

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Specifications

Genre

Social Science

Print Length

160 pages

Language

Hindi

Publisher

Rajpal and sons

Publication date

1 January 2017

ISBN

9789386228154

Weight

240 Gram

Description

अरुंधति रॉय 2014 की सर्दियों में एडवर्ड स्नोडेन से मिलीं। उनके साथ में थे अभिनेता और लेखक जॉन क्यूज़ेक और डेनियल एल्सबर्ग, जिन्हें 60 के दशक का स्नोडेन कहा जाता है। उनकी बातचीत में शामिल थे हमारे वक्त के सभी बड़े विषय – राज्य की प्रकृति, एक बेमियादी जंग के दौर में खुफिया निगरानी, और देशभक्ति का मतलब। यह गैरमामूली, ताकतवर किताब बेचैन भी करती है और उकसाती भी है।


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