₹350.00
MRPGenre
Print Length
168 pages
Language
Hindi
Publisher
Sanskar Prakashan
Publication date
1 January 2018
Weight
200 Gram
बंदिशों की ठुमरियाँ होने के कारण इनके गायन में कई बंदिशें होती है। अतः कठिन हो जाता हैl बंदिश की ठुमरियाँ ले एवं ताल प्रधान होती है और भावदर्शन के लिए ही होती है। इनकी यहीं विशेषता उन्हें छोटे ख्याल से अलग करती है। ठुमरी कैशिकी वृत्ति की गायकी है। बंदिशों की ठुमरियाँ होने के कारण इनके गायन में कई बंदिशें होती है। अतः कठिन हो जाता है l बंदिश की ठुमरियाँ ले एवं ताल प्रधान होती है और भावदर्शन के लिए ही होती है। इनकी यहीं विशेषता उन्हें छोटे ख्याल से अलग करती है। ठुमरी कैशिकी वृत्ति की गायकी है। बंदिश की ठुमरियाँ अधिकतर वादन की गतों से चलन की होती है। और इनका प्रयोग नृत्य में भी किया जाता है। इस कारण इसका गायन क्लिष्ट होता है। इसे गाने के लिए गले की एक विशिष्ट प्रकार की तैयारी की आवश्यकता है, अतः गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक है।
0
out of 5