₹295.00
MRPGenre
Novels & Short Stories, Culture & Religion
Print Length
295 pages
Language
Hindi
Publisher
Manjul Publication
Publication date
1 January 2014
ISBN
9788183224352
Weight
380 Gram
नंबर 1 राष्ट्रीय बेस्टसेलर अंग्रेज़ी उपन्यास का यह हिन्दी अनुवाद हैं l इस में लंकापति रावण व उसकी प्रजा की कहानी सुनाई गई है। यह गाथा है जय और पराजय की, असुरों के दमन की — एक ऐसी कहानी की जिसे भारत के दमित व शोषित जातिच्युत 3000 वर्षों से सँजोते आ रहे हैं। रामायण के उलट, रावणायन की कथा अब तक कभी नहीं कही गई। मगर अब शायद मृतकों और पराजितों के बोलने का वक़्त आ गया है।
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