₹200.00
MRPGenre
Culture And Religion
Print Length
156 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2011
ISBN
8173154775
Weight
295 Gram
श्रीमद्भगवद्गीता में सात सौ श्लोक और अठारह अध्याय हैं| गीता का एक भी श्लोक यदि भलीभाँति समझ लिया जाय और यथार्थ जीवन में उसपर आचरण किया जाय तो उससे मनुष्य की प्रत्येक समस्या का समाधान हो सकता है, फिर चाहे वह भारत में रहता हो या कहीं विदेश में| यही कारण है कि श्री गीताजी का संसार की एक सौ भाषाओं में अनुवाद हो चुका है| 'सविस्तार हिंदी गीता' श्री गीता का अनुवाद मात्र ही नहीं है, इसमें गीता के सरल पद्यानुवाद के साथ ही स्थान-स्थान में महत्त्वपूर्ण वृत्त मिलाकर अनुवाद को विस्तारित किया गया है| ज्ञान के हेतु से इस विवरण में श्री गीता की यथोचित पार्श्व भूमिका दी गई है; उसके मुख्य पात्रों का परिचय एवं उसका महाभारतीय इतिहास स्पष्ट किया गया है; गीता के विशेष शब्दों की सरल व्याख्याएँ दी गई हैं; योग्य स्थानों में उपयुक्त जानकारियाँ दी गई हैं; गहन पदों को स्पष्ट करने हेतु पर्यायवाची एवं विस्तारपूर्वक पद्य भी जोड़े गए हैं; और इष्ट स्थानों में विषयों की प्रस्तावना व टीका की गई है|
0
out of 5