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Ishwar Chandra Vidyasagar (ईश्वरचंद्र विद्यासागर)

Price: ₹ 400.00

Condition: New

Isbn: 9789380186542

Publisher: Prabhat Prakashan

Binding: Hardcover

Language: Hindi

Genre: Novels And Short Stories,Social Science,

Publishing Date / Year: 2012

No of Pages: 144

Weight: 280 Gram

Total Price: 400.00

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सर्वोत्तम महापुरुष' के नाम से विख्यात ईश्‍वरचंद्र विद्यासागर न केवल विद्यासागर, अपितु करुणासागर भी थे| अपने हितों की उपेक्षा कर सदैव दूसरे व्यक्‍ति का हित साधना, स्वयं को सुख-सुविधाओं से दूर रखकर दूसरे के कष्‍ट दूर करना जैसी बातें हमें अतिशयोक्‍ति भले ही जान पड़ें, किंतु विद्यासागरजी के जीवन की ये रोजमर्रा की घटनाएँ थीं| एक कर्मठ, उत्साही, परोपकारी, स्वाभिमानी, स्नेही व दृढ़ व्यक्‍तित्व के स्वामी ईश्‍वरचंद्र विद्यासागरजी अद्वितीय पुरुष थे| कहीं वे बच्चों की शिक्षा में सुधार के सुझाव कार्यान्वित करते हैं तो कहीं पुस्तक लेखन से अपनी प्रतिभा का परिचय देते हैं| कहीं सामाजिक कुरीतियों पर चोट करते हैं तो कहीं आंग्ल समाज के प्रभुत्व-संपन्न वर्ग से टक्कर लेते हैं| एक महान् समाज-सुधारक के रूप में ईश्‍वरचंद्रजी ने विधवा-व‌िवाह को प्रोत्साहित किया और बहुपत्‍नी प्रथा जैसी कुरीति पर रोक लगाने का प्रयत्‍न किया| पैतृक वीरसिंह गाँव की जीर्ण-शीर्ण कुटिया से उठकर कलकत्ता महानगरी के उच्चाधिकारियों के बीच अपनी पैठ बनानेवाले ईश्‍वरचंद्र विद्यासागरजी ने जीवन में धन व मान-सम्मान सबकुछ पाया, किंतु सदा अपनी जड़ों से जुड़े रहे| अद्वितीय व्यक्‍तित्व के धनी ईश्‍वरचंद्र विद्यासागर की प्रेरणाप्रद जीवनी|