Hamari Gaurav Gathayen (हमारी गौरव गाथाये)

By Madan Gopal Sinhal (मदन गोपाल सिंहल)

Hamari Gaurav Gathayen (हमारी गौरव गाथाये)

By Madan Gopal Sinhal (मदन गोपाल सिंहल)

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Specifications

Genre

History

Print Length

160 pages

Language

Hindi

Publisher

Prabhat Prakashan

Publication date

1 January 2018

ISBN

9789380839417

Weight

305 Gram

Description

सुविख्यात साहित्यकार श्री मदनगोपाल सिंहल एक सिद्धहस्त एवं कर्मठ व्यक्‍त‌ि हैं| उन्होंने समाज को अपनी अनेकों प्रसिद्ध पुस्तकों के माध्यम से राष्‍ट्रीय प्रेरणा दी है| मुझे श्री सिंहलजी की नवीनतम कृति 'हमारी गौरव गाथाएँ' देखने का अवसर मिला| मैं रुग्ण हूँ तथा अस्वस्थ होने के कारण मुझ पर अधिक पढ़ने पर भी प्रतिबंध है, किंतु जब मैंने 'हमारी गौरव गाथाएँ' पुस्तक की स्वर्णिम गाथाओं को पढ़ना प्रारंभ किया तो बीच में न छोड़ सका| भारत के इतिहास की एक-एक पंक्‍त‌ि में हमारा स्वर्णिम अतीत छिपा हुआ है| हमारे इतिहास में समस्त विश्‍व को प्रेरणा देने की महान् सामर्थ्य विद्यमान है| जगद्गुरु भारत से ही समस्त विश्‍व के कोने-कोने में ज्ञान, बलिदान एवं शौर्य की ज्योतिर्मय किरणें पहुँच पाई हैं| श्री सिंहलजी ने भारत के इतिहास के स्वर्णिम पृष्‍ठों की कुछ गाथाओं को इस पुस्तक में सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है| 1857 वीरांगना लक्ष्मीबाई, क्रांतिकारी बालक एवं 'हिंदू एशिया' जैसी महान् पुस्तकों के रचयिता श्री सिंहलजी की यह नवीन कृति भी आदर पाने योग्य है| अपनी सभ्यता-संस्कृति की उपेक्षा करके पाश्‍चात्य-संस्कृति पर गर्व करनेवाले तथाकथित भारतीयों को यह गाथाएँ प्रेरणा प्रदान करेंगी, ऐसी मुझे पूर्ण आशा है| -वि.दा. सावरकर


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