₹200.00
MRPGenre
Novels And Short Stories
Print Length
151 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2010
ISBN
8173153035
Weight
325 Gram
सागर में एक बूँद, समग्र भाषा के संगृहीत कोश में एक शब्द, भोजन में नमक| समग्र साहित्य में नमक की भूमिका अदा करेंगी ये लघुकथाएँ| परंतु एक चुटकी ही हुआ तो क्या, है तो नमक| आज जिसे सुनो वह समय की कमी की शिकायत करता है | पढ़ने-लिखने, मिलने-जुलने-यहाँ तक कि अपने से बात करने का भी समय नहीं है| ऐसे समयाभाव के युग में उपन्यास और बड़ी कहानियाँ लिखने के समय की कमी लेखिका के लिए है तो पढ़ने के लिए आपके लिए भी| इन लघुकथाओं में भरपूर सामर्थ्य है आपको रुलाने, गुदगुदाने, हँसाने और रोमांचित करने का| अधिकांश कथाएँ आपकी स्मृति में स्थायी स्थान बनाने के लिए आपके सम्मुख उपस्थित हैं| लोक-जीवन में प्रचलित दो-चार कथाएँ भी हैं; सिर्फ भोजन में नमक के बराबर|
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